होलीहॉक मैलो परिवार से संबंधित हैं और, इस परिवार के अन्य सदस्यों की तरह, जहरीले नहीं होते हैं। इसके विपरीत, इन्हें औषधीय पौधे माना जाता है। श्वसन संबंधी बीमारियों या त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए इनका बहुत अच्छा उपयोग किया जा सकता है।
होलीहॉक जहरीला है या उपचारात्मक?
होलीहॉक जहरीला नहीं है, लेकिन इसका उपयोग एक औषधीय पौधे के रूप में किया जाता है जो श्वसन रोगों, त्वचा की समस्याओं, सूजन और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं में मदद कर सकता है। चाय या कुल्ला के रूप में, इसमें एंटीस्पास्मोडिक और सूजन-रोधी प्रभाव हो सकता है।
क्या होलीहॉक का उपयोग औषधीय पौधे के रूप में किया जा सकता है?
सभी औषधीय पौधों की तरह, हॉलीहॉक का उपयोग चिकित्सीय निदान के बिना लंबे समय तक नहीं किया जाना चाहिए। फूलों को अक्सर चाय के मिश्रण में मिलाया जाता है। वे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं या गले की खराश में मदद करते हैं। खांसी या दस्त के लिए इसका एंटीस्पास्मोडिक प्रभाव बहुत सुखद होता है। यदि आप मुंह में सूजन से पीड़ित हैं, तो हॉलीहॉक या मैलो चाय से कुल्ला करने से राहत मिलेगी, साथ ही त्वचा की एक्जिमा या मामूली जलन से भी राहत मिलेगी।
होलीहॉक के उपचारात्मक प्रभाव:
- विरोधी भड़काऊ
- एंटीस्पास्मोडिक
- मूत्रवर्धक
- स्वादिष्ट
- घाव भरना
- नरम करना
- खांसी और ब्रोंकाइटिस से राहत
टिप
होलीहॉक के फूलों से बनी चाय से आप केवल मामूली लक्षणों से राहत पा सकते हैं। यदि यह दो दिनों से अधिक समय तक बना रहता है, तो डॉक्टर से मिलें। यदि लक्षण अधिक गंभीर हैं, तो कभी भी स्व-उपचार की सलाह नहीं दी जाती है।