अजमोद की सबसे आम बीमारियों में से एक ख़स्ता फफूंदी है - खासकर अगर पौधे बाहर उगाए गए हों। फफूंद के बीजाणु पहले से ही मिट्टी में मौजूद होते हैं और बहुत अधिक नमी से इन्हें बढ़ावा मिलता है।
आप अजमोद पर ख़स्ता फफूंदी को कैसे रोक सकते हैं?
अजमोद पर ख़स्ता फफूंदी से बचने के लिए, अच्छी तरह से सूखा मिट्टी प्रदान करें, मिट्टी सूखी होने पर ही पानी दें, और पत्तियों पर गीलापन से बचें। 10 सेमी की रोपण दूरी सुनिश्चित करें और, यदि आवश्यक हो, तो प्राकृतिक बाधा के रूप में चाइव्स लगाएं।
पाउडरी या डाउनी फफूंदी
यदि पत्तियों पर सफेद कोटिंग है, तो यह आमतौर पर ख़स्ता फफूंदी है।
- मखमली आवरण
- सफ़ेद या भूरा
- पत्ती का शीर्ष: ख़स्ता फफूंदी
- पत्ती के नीचे: डाउनी फफूंदी
फफूंदी के कारण
फफूंद के बीजाणु पहले से ही मिट्टी में मौजूद होते हैं और यदि पौधा बहुत अधिक नम होता है तो फैल जाते हैं।
फफूंदी से बचाव
पारगम्य मिट्टी प्रदान करें जहां कोई जलभराव न हो।
पौधों को बार-बार पानी न दें, केवल तभी जब मिट्टी की सतह सूखी हो और पत्तियों को गीला न करें।
अजमोद को दस सेंटीमीटर की आदर्श रोपण दूरी पर चुभाएं ताकि बारिश या पानी देने के बाद पत्तियां अच्छी तरह सूख सकें।
टिप्स और ट्रिक्स
कुछ माली अजमोद के बीच चिव्स लगाने की कसम खाते हैं। इस उपाय का उद्देश्य फफूंदी की घटना को प्रभावी ढंग से रोकना है।